अवन्तिकापुरी धाम
पौराणिकता के अनुसार, अवन्तिकापुरी धाम में राजा परिक्षित के पुत्र जन्मेजय के द्वारा ग्रह के सभी सांपों को मारने के लिए वहाॅं पर एक यज्ञ का आयोजन किया था। इस मन्दिर के पास एक सरोवर है जिसकी मान्यता अति प्राचीन है। इस सरोवर में स्नान कर श्रद्धालु अपनी मनोकामना पूरी करते हैं, अतएव हिन्दुओं के लिए इस स्थान का धार्मिक महत्व है। पौराणिकता के अनुसार, यह स्थल महाभारत के समय से जाना जाता है। इस स्थल पर स्थित सरोवर प्राचीन समय में अग्नि वेदी (हवन कुण्ड) का रूप था, जिसमें यज्ञ सम्पन्न कराया गया था। एक मान्यता यह भी है कि मंदिर के जमीन के अन्दर 3 मंजिला मंदिर है, जो लगभग 1000 साल प्राचीन है। मंदिर के खनन के समय यहाॅं पर कई प्राचीन युद्ध उपकरण और खंडित मूर्तियाॅं पायी गयी थी।
अवन्तिकापुरी धाम स्थल पर आगन्तुक पर्यटकों में बढ़ोत्तरी, अधिकाधिक पर्यटन विकास, स्थानीय लोगों के रोजगार सृजन एवं पूंजी निवेश में बढ़ोत्तरी के दृष्टिकोण पर्यटन विकास के कार्यों को कराया गया है, जिससे लोग लाभांवित हो रहे हैं।